शनिवार, 4 अप्रैल 2020

जो सच है वह बात बोलेंगे, लंबी चौड़ी बात नहीं हाकेगें! हम कलम के बेटे हैं साहब, किसी के गुलाम नहीं जो दिन को रात बोलेंगे!


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें